उत्तर प्रदेश के कुख्यात माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की बीती रात मौत हो गई है। माफिया से नेता बने मुख्तार अंसारी को गुरुवार की रात तबीयत बिगड़ने के बाद जिला जेल से रानी दुर्गावती मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था। यहां दिल का दौरा पड़ने से उसकी मौत हो गई। मुख्तार अंसारी की मौत के बाद उत्तर प्रदेश में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी है। सीएम योगी ने भी पुलिस प्रशासन को निर्देश दिया है कि प्रदेश का माहौल खराब न होने पाए। फिलहाल मुख्तार अंसारी का शव गाजीपुर के लिए रवाना हो गया है। देर रात तक मुख्तार का शव गाजीपुर पहुंचेगा।

मुख्तार के शव के काफिले में पुलिस की 24 गाड़ियां
मुख्तार अंसारी के शव को लेकर जा रहे काफिले में मुख्तार के वकील नसीम हैदर भी हैं. उन्होंने बताया था कि मुख्तार अंसारी का शव उसके छोटे बेटे उमर अंसारी, बहू निकहत अंसारी और दो चचेरे भाइयों के सुपुर्द किया गया. उन्होंने कहा कि शव के साथ एंबुलेंस में उमर अंसारी, निकहत अंसारी और दोनों चचेरे भाई बैठे हैं. सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस अधिकारियों की 24 गाड़ियां काफिले में हैं और दो गाड़ियां अंसारी के परिवार की हैं.

पिता के मौत की खबर मिलने पर फूट-फूट कर रोया अब्बास
वहीं जब मुख्तार अंसारी की मौत की जानकारी कासगंज जेल में बंद बेटे अब्बास अंसारी को दी गई तो अब्बास अंसारी फूट-फूट कर रोने लगा। आपको बता दें कि 14 फरवरी 2023 को अब्बास अंसारी को चित्रकूट जेल से कासगंज शिफ्ट किया गया था।

अंसारी परिवार को इलाहाबाद HC से नहीं मिली राहत
मुख्तार अंसारी के परिवार को इलाहाबाद हाईकोर्ट से राहत नहीं मिली. अंसारी परिवार जेल में बंद विधायक बेटे अब्बास अंसारी को मुख्तार अंसारी के जनाजे में शामिल कराना चाहता था. इसके लिए इलाहाबाद हाईकोर्ट में एक अर्जी मेंशन की जानी थी. मुख्तार अंसारी के परिवार की अर्जी एमपी-एमएलए से जुड़े मामलों की सुनवाई करने वाली जस्टिस संजय कुमार सिंह की बेंच में मेंशन होनी थी. यह बेंच आज नहीं बैठी और इसके मुकदमे जस्टिस समित गोपाल की बेंच में ट्रांसफर कर दिए गए.जस्टिस समित गोपाल की बेंच ने दूसरी बेंच से आए किसी भी मुकदमे को सुनने से इनकार कर दिया. इस वजह से मुख्तार अंसारी के परिवार की अर्जी हाईकोर्ट में मेंशन नहीं हो सकी है. अंसारी परिवार अब सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल करने की तैयारी में जुट गया है. वहीं वकील इस कोशिश में भी जुटे हैं कि मामला चीफ जस्टिस के यहां मेंशन हो जाए और चीफ जस्टिस किसी बेंच को सुनवाई के लिए नॉमिनेट कर दे. हालांकि मुख्तार के अंतिम संस्कार में अब्बास अंसारी के शामिल होने की उम्मीद बेहद कम है।

सुरक्षा के मद्देनजर मुख्तार अंसारी के घर के आगे की गई बैरिकेटिंग
गाजीपुर के मुहम्मदाबाद में मुख्तार अंसारी के घर के आगे बैरिकेटिंग कर सुरक्षा बढ़ा दी गई है. बांदा से शव यहां लाया जा रहा है लेकिन 8-9 घंटे लगेंगे. 400 किलोमीटर की दूरी है. भारी संख्या में मुख्तार के समर्थक यहां खड़े हैं. मुख्तार को गरीबों का मसीहा बता रहे हैं. उच्चस्तरीय जांच की मांग कर रहे हैं यह कहते हुए की उनको जहर देकर मारा गया.

काली बाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक होगा मुख्तार अंसारी
मुख्तार अंसारी के शव को गाजीपुर जिले के मोहम्‍दाबाद यूसुफपुर स्थित उसके पैतृक निवास ले जाया जा रहा है. पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि अंसारी के शव को काली बाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया जाएगा जो अंसारी परिवार के आवास से करीब आधा किलोमीटर दूर स्थित है. सूत्रों के अनुसार इसी कब्रिस्तान में मुख्तार के मां-पिता की भी कब्र हैं.

जनाजे में शामिल होंगे परिवार के सदस्य और करीबी रिश्तेदार
मुख्तार अंसारी के जनाजे में परिवार के सदस्यों और करीबी रिश्तेदारों को शामिल होने की अनुमति है. जिनकी संख्या 100 के आसपास होगी उन्हीं को शामिल होने की अनुमति रहेगी. वहीं पूर्व राष्ट्रपति हामिद अंसारी के जनाजे में शामिल होने को लेकर अभी तक कोई जानकारी नहीं है.

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