ग्रेटर नोएडा में कुणाल शर्मा हत्याकांड को लेकर पुलिस बैकफुट पर है और लोगों के गुस्से का शिकार हो रही है, यहां तक की राजनेताओं ने भी पुलिस पर सवाल दागे है. अब इस मामले को पूर्व सांसद महेश शर्मा के बाद किसानों ने उठाया है, किसानों ने पुलिस-प्रशासन पर सवाल दागे है., साथ ही घटना को लेकर आक्रोश जताया है, किसानों का कहना है कि इतनी हाईटेक पुलिस होने के बाद भी इस तरह की घटना से लोगों में रोष है.


किसानों ने दी खुली चेतावनी


भारतीय किसान यूनियन (भूमि पुत्र) के कार्यकर्ताओं ने गांव बीरमपुर स्थित कैम्प कार्यालय पर एक बैठक का आयोजन कर घटना की कड़ी निंदा की. संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष धीरेन्द्र ने कहा वारदात के एक हफ्ते बाद भी पुलिस मामले का खुलासा करने में नाकाम रही है. कुणाल शव मिलने के बाद भी पुलिस का आरोपियों तक नहीं पहुंच पाने से खाकी पर बदनुमा दाग लग रहा है. जिले में माफियाओं व बदमाशों की कमर तोड़ने का दावा करने वाली हाईटेक पुलिस एक मासूम के कातिलों का सुराग नहीं लगा पा रही जोकि बहुत ही शर्मनाक है. अगर जल्द मामले का खुलासा नहीं हुआ तो समूचे घटनाक्रम की मुख्यमंत्री से शिकायत कर पुलिस प्रशासन के खिलाफ सामूहिक धरना प्रदर्शन किया जाएगा.


पुलिस के दावों की खुली पोल


बता दें इस दौरान दीपक गुप्ता, एडवोकेट राजीव शर्मा, सर्वेश राणा, अमित महाजन, प्रवक्ता महिला मोर्चा बबीता तंवर, आकाश शर्मा, कासिम खान आदि मौजूद रहे. साथ ही विभिन्न दलों ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर दी सांत्वना दी. रिपोर्ट्स की मानें तो इस वारदात से इलाके में खौफ का माहौल बना हुआ है. परिजनों का हाल बेहाल है और वो अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हो रहे हैं. पुलिस भले ही कुछ भी दावे करती रहे लेकिन अभी तक सिर्फ अंधेरे में तीर चला रही है.


‘आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हुई तो होगा आंदोलन’


मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक राजनीतिक पार्टियों के साथ किसान संगठन कार्यकर्ताओं ने पीड़ित परिवार से मुलाकात कर सांत्वना दी. लोगों का आरोप है कि अपहरण होने के बाद पुलिस ने घोर लापरवाही बरती और अभी भी मामले में पुलिस की कार्यशैली संदिग्ध नजर आ रही है. समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने दो दिन में मामले का खुलासा व आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी दी है.

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