https://nownoida.com/uploads/images/ads/head2.jpg

Mathura में रंगभरी एकादशी पर उमड़ेगी श्रद्धालुओं की भीड़, प्रशासन ने भी शुरू कर दीं तैयारियां, इस परिक्रमा का विशेष महत्व

top-news
होली के पर्व की धूम हर ओर दिखाई दे रही है. वहीं मथुरा में 10 मार्च की रंगभरी एकादशी के साथ ही रंगों की होली की शुरुआत हो जाएगी.
https://nownoida.com/uploads/images/ads/head1.png

होली के पर्व की धूम हर ओर दिखाई दे रही है. वहीं मथुरा में 10 मार्च की रंगभरी एकादशी के साथ ही रंगों की होली की शुरुआत हो जाएगी. वहीं श्रद्धालुओं का इससे पहले ही मथुरा-वृंदावन पहुंचना शुरू हो गया है. हालांकि मथुरा में तो बसंत पंचमी से ही होली का आगाज हो जाता है, मगर रंग और गुलाल की होली रंगभरी एकादशी के बाद ही खेली जाती है. 10 मार्च की रंगभरी एकादशी के मौके पर वृंदावन की परिक्रमा में भक्तों की भारी भीड़ उमड़ने की आशंका है. इसकी वजह ये है कि वृंदावन में मंदिरों के साथ-साथ परिक्रमा में भी रंग उड़ जाएगा और लाखों की संख्या में भक्त यहां पर परिक्रमा लगाएंगे.

वृंदावन में रंगभरी एकादशी का विशेष महत्व

वृंदावन में रंगभरी एकादशी का विशेष महत्व सबसे ज्यादा माना जाता है. रंगभरी एकादशी के मौके पर वृंदावन की पंचकोशी परिक्रमा लगाई जाती है. इस परिक्रमा के साथ ही साथ अबीर और गुलाल भी उड़ाया जाता है. वहीं इस दिन परिक्रमा का आनंद लेने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु वृंदावन पहुंचते हैं. वृंदावन की पंचकोसी परिक्रमा करने के बाद श्रद्धालु आनंद प्राप्त करते हुए जमकर होली खेल कर आनंद उठाते हैं.

प्रशासन ने शुरू कीं पंचकोसी परिक्रमा की तैयारियां 

वहीं पंचकोसी परिक्रमा को लेकर प्रशासन ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. इस दौरान बाहर से आने वाली गाड़ियों को बाहर ही रोक दिया जाएगा. इसके साथ ही अंदर किसी भी बड़े वाहन का प्रवेश नहीं दिया जाएगा. वृंदावन की परिक्रमा के समय अनुमान है कि भक्तों का जनसैलाब उमड़ सकता है. जिससे क्षेत्र में जाम जैसे हालात पैदा हो सकते हैं. वहीं वृंदावन की गलियां भी रंगभरी एकादशी से रंग बिरंगी नजर आएंगी. 

"राधा कृष्ण ने स्वयं यहां पर होली खेली है"

वृंदावन की परिक्रमा में उड़ाए जाने वाले रंग और गुलाल के बारे में श्याम गौतम ने बताया कि यह त्योहार सालों पुराना है. यहां पर राधा कृष्ण के प्रेम की लीलाएं देखने को मिलती हैं. यहां पर राधा कृष्ण ने स्वयं होली खेली है और एक दूसरे को रंग लगाया था. ब्रज की होली के लिए रंगभरी एकादशी बहुत ही महत्वपूर्ण दिन होता है.

https://nownoida.com/uploads/images/ads/head1.png

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *