सपा नेता विनय शंकर तिवारी के ठिकानों पर ED रेड, करोड़ों के बैंक लोन घोटाले में CBI भी कर रही जांच

- Nownoida editor2
- 07 Apr, 2025
Noida: सपा नेता विनय शंकर तिवारी के लखनऊ, गोरखपुर और
मुंबई स्थित दफ्तरों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) छापेमारी
कर रही है. ये कार्रवाई विनय शंकर तिवारी से जुड़ी गंगोत्री इंटरप्राइजेज प्राइवेट
लिमिटेड और उससे संबंधित कंपनियों के दफ्तरों पर की जा रही है.
दरअसल, बैंक ऑफ इंडिया समेत कई बैंकों ने गंगोत्री इंटरप्राइजेज के खिलाफ शिकायत
दर्ज कर कार्रवाई की मांग की है. शिकायत में बैंक के लोन को गलत तरीके से दूसरी
जगह निवेश कर हड़पने का आरोप लगाया गया है. इस मामले में सीबीआई ने पहले केस दर्ज
कर जांच शुरू की थी, जिसके बाद अब ED ने मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत मामला दर्ज कर अपनी जांच तेज कर दी है.
अवैध रूप से दूसरे स्थानों पर निवेश#UttarPradesh
— Now Noida (@NowNoida) April 7, 2025
यूपी में सपा नेता विनय शंकर तिवारी के दफ्तरों पर ED की छापेमारी, बैंक से लोन लेकर कमाई का आरोप
सपा नेता विनय शंकर तिवारी के ठिकानों पर ED रेड
करोड़ों के बैंक लोन घोटाले में CBI भी कर रही जांच
BOI के क्लस्टर में लोन देने वाले बैंक ने की थी शिकायत
ED ने भी मनी… pic.twitter.com/ayK45LPP4h
जांच के दौरान पता चला कि लोन को विभिन्न तरीकों से अवैध रूप से दूसरे स्थानों पर निवेश किया गया और बैंकों के पैसे को हड़पने की कोशिश की गई. यह छापेमारी उस वित्तीय अनियमितता के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के तौर पर देखी जा रही है, जो सार्वजनिक बैंकों के वित्तीय संसाधनों का दुरुपयोग करती है. अधिकारियों का कहना है कि ED की इस कार्रवाई से इस तरह के वित्तीय अपराधों में शामिल लोगों को कड़ी सजा दिलाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगा.
विनय शंकर तिवारी कौन हैं?
विनय शंकर तिवारी, जो कि पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी के बेटे हैं, एक प्रमुख राजनेता और पूर्व विधायक हैं. उनका नाम गंगोत्री इंटरप्राइजेज
नामक कंपनी से जुड़ा हुआ है, जो पहले भी कई विवादों में
घिर चुकी है. वर्ष 2023 में, बैंक ऑफ इंडिया ने आरोप
लगाया था कि गंगोत्री इंटरप्राइजेज ने 200 करोड़ रुपये से अधिक की लोन राशि हड़प ली, जिसे बाद में अन्य कंपनियों में ट्रांसफर कर दिया गया था. इस आरोप के बाद
से गंगोत्री ग्रुप पर सीबीआई और ईडी की जांच का सिलसिला जारी है.
Leave a Reply
Your email address will not be published. Required fields are marked *