बसंत पंचमी से हो गया ब्रज में होली का आगाज, ठाकुर जी के मंदिर में उमड़ा भक्तों का रेला, जानें सबकुछ

- Nownoida editor3
- 03 Feb, 2025
जहां पूरे देश में होली खेली जाती है, वहीं ब्रज की होली सबसे अनोखी होती है. क्योंकि यहां पर होली का होरा खेला जाता है. इसकी वजह ये है कि सब जगह पर होली रंग और गुलाल से खेली जाती है लेकिन ब्रज में होली रंग गुलाल, अबीर आदि के साथ-साथ प्रेम और भाव के साथ भी धूमधाम से खेली जाती है.
40 दिनों तक मनाई जाती है ब्रज में होली
पूरे देश में होली का त्योहार की धूम होती है. मगर ब्रज में होली का उत्सव काफी खास होता है. यहां पर होली केवल एक या दो दिन नहीं, बल्कि पूरे 40 दिनों तक मनाई जाती है. ब्रज में बसंत पंचमी के दिन से यानि कि आज से होली के त्योहार का शुभारंभ हो गया है और अब यह उत्सव अगले 40 दिनों तक निरंतर जारी रहेगा. बसंत पंचमी के मौके पर सोमवार को श्री कृष्ण की नगरी मथुरा के वृंदावन, जो कि संतों की नगरी कही जाती है. वहां पर होली की धूमधाम शुरू हो गई है. इसके लिए लाखों श्रद्धालु तीर्थ नदी वृंदावन पहुंचे.
ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में हो गया होली का आगाज
बसंत पंचमी के दिन विश्व प्रसिद्ध ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में होली की शुरुआत हो गई है. यहां से गुलाल उड़ाने की परंपरा शुरू हुई, जिसे सूखी होली के नाम से भी जाना जाता है. इस उत्सव के दौरान ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के सेवायत हर सुबह भक्तों पर गुलाल बिखेरेंगे. ये उत्सव आने वाले 40 दिनों तक अनवरत चलता रहेगा. आज बांके बिहारी महाराज ने बसंती रंग की पोशाक पहनी और यहां पहुंचे भक्तों के साथ होली खेलते हुए गालों पर गुलाल चप्पे लगाए. जैसे ही मंदिर के द्वार खुले, भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा और सभी अपने आराध्य के साथ होली खेलने के लिए उत्साहित दिखाई दिए.
भक्तों ने लगाए ठाकुर जी के जयकारे
ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में जैसे ही आरती पूर्ण हुई, मंदिर के सेवायतों ने भक्तों पर गुलाल उड़ाना शुरू कर दिया. इसके बाद ठाकुर बांके बिहारी महाराज के भक्तों ने जयकारे लगाते हुए मंदिर प्रांगण को गूंजायमान कर दिया. भक्तों ने खुशी-खुशी होली के गीत गाए और इस उत्सव का आनंद उठाया.
वृंदावन के अन्य मंदिरों में हो गई होली की शुरुआत
ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के साथ ही साथ वृंदावन के अन्य प्रमुख मंदिरों जैसे निधिवन, राधावल्लभ, राधा रमण आदि में भी होली की पावन पर्व की शुरुआत हो गई. यहां पर भी होली का उत्सव 40 दिनों तक लगातार चलता रहेगा और भक्त भगवान के साथ रंगों में सराबोर होकर इस पर्व का लुत्फ लेंगे.
40 दिनों तक चलेगा प्रेम, रंग और उल्लास का प्रतीक होली
ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के सेवायत आशीष गोस्वामी का कहना है कि आज से ब्रज की 40 दिन की होली की शुरुआत हो गई. ठाकुर बांके बिहारी महाराज ने बसंती रंग की पोशाक पहनी है और भक्तों के साथ होली खेली हैं. उन्होंने ये भी बताया कि आज ठाकुर बांके बिहारी महाराज को विशेष भोग भी अर्पित किया गया. इस प्रकार, ब्रज में होली का उत्सव भक्तों के लिए एक अनमोल अनुभव की तरह होता है, जो 40 दिनों तक प्रेम, रंग और उल्लास का प्रतीक बनकर चलता रहता है.
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