Shivling पर चढ़ाए गए प्रसाद को ग्रहण करना सही या गलत? जानें धार्मिक मान्यता

- Rishabh Chhabra
- 22 Feb, 2025
हिंदू धर्म में पूजा-पाठ के बाद प्रसाद ग्रहण करना शुभ माना जाता है। यह ईश्वर की कृपा का प्रतीक होता है और इसे ग्रहण करने से देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त होता है। लेकिन जब बात शिवलिंग की आती है, तो शास्त्रों में इसे लेकर कुछ विशेष नियम बताए गए हैं। शिवलिंग पर चढ़ाया गया प्रसाद ग्रहण नहीं किया जाता, जबकि भगवान शिव की मूर्ति पर चढ़े प्रसाद को खाया जा सकता है। आखिर इसके पीछे का कारण क्या है? आइए जानते हैं इस धार्मिक मान्यता के बारे में।
शिवलिंग पर चढ़े प्रसाद को क्यों नहीं खाना चाहिए?
पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान शिव के एक गण चंदेश्वर हैं, जो भूत-प्रेतों के प्रधान माने जाते हैं। शिवलिंग पर चढ़ाया गया प्रसाद चंदेश्वर को अर्पित होता है, इसलिए इस प्रसाद को ग्रहण करना उचित नहीं माना जाता। मान्यता है कि यह प्रसाद भूत-प्रेतों से जुड़ा होता है, जिससे नकारात्मक ऊर्जा उत्पन्न हो सकती है। यही कारण है कि मिट्टी, पत्थर या चीनी मिट्टी से बने शिवलिंग पर चढ़ाए गए प्रसाद को खाने की मनाही होती है।
किन शिवलिंगों के प्रसाद को ग्रहण किया जा सकता है?
हालांकि, चांदी, पीतल और तांबे से बने शिवलिंग पर चढ़ाए गए प्रसाद को ग्रहण करने की अनुमति है। ऐसा माना जाता है कि इन धातुओं के शिवलिंग पर चढ़ा प्रसाद पवित्र रहता है और इसे खाने से कोई दोष नहीं लगता। इसके अलावा, भगवान शिव की मूर्ति पर चढ़ाया गया प्रसाद भी ग्रहण किया जा सकता है। मान्यता है कि शिव की प्रतिमा पर अर्पित प्रसाद को खाने से पापों का नाश होता है और व्यक्ति को पुण्य की प्राप्ति होती है।
प्रसाद को बहती नदी में प्रवाहित करना शुभ
अगर शिवलिंग पर चढ़ाया गया प्रसाद नहीं खाना चाहिए, तो इसे क्या करना चाहिए? धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, इस प्रसाद को किसी बहती हुई नदी में प्रवाहित कर देना चाहिए। इससे किसी भी प्रकार का दोष नहीं लगता और यह विधि धार्मिक दृष्टि से भी शुभ मानी जाती है। खासतौर पर पार्थिव शिवलिंग (मिट्टी से बने शिवलिंग) पर चढ़ाए गए प्रसाद को भी खाने से बचना चाहिए और इसे जल में प्रवाहित कर देना चाहिए।
प्रसाद की आध्यात्मिक मान्यताएं
शिवलिंग पर चढ़े प्रसाद को न खाने के पीछे धार्मिक और आध्यात्मिक मान्यताएं जुड़ी हुई हैं। शास्त्रों में स्पष्ट रूप से बताया गया है कि इसे ग्रहण करने से बचना चाहिए, खासतौर पर यदि शिवलिंग मिट्टी, पत्थर या चीनी मिट्टी का बना हो। लेकिन यदि शिवलिंग चांदी, पीतल या तांबे का हो, तो उस पर चढ़े प्रसाद को ग्रहण किया जा सकता है। शिव जी की मूर्ति पर चढ़ाया गया प्रसाद भी शुभ होता है और इसे खाने से आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होते हैं। इसलिए शिव भक्तों को इन नियमों का पालन करते हुए विधिपूर्वक पूजा करनी चाहिए।
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