Heat को लेकर मौसम विभाग ने जारी कर दिया पूर्वानुमान, इन तीन महीनों में झेलना होगा गर्मी का प्रकोप

- Rishabh Chhabra
- 01 Mar, 2025
इस साल गर्मी के तेवरों को लेकर मौसम विभाग की ओर से अभी से पूर्वानुमान जारी कर दिया गया है. इस साल गर्मी में तापमान सामान्य से ज्यादा रहने की संभावना जाहिर की गई है. मौसम विभाग की तरफ से मार्च से मई तक का पूर्वानुमान जारी किया गया है. इसके अनुसार दक्षिण भारत और पूर्वोत्तर के कुछ इलाकों को छोड़कर देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान सामान्य से ज्यादा रहने वाला है. इसके साथ ही हीटवेव का प्रकोप भी ज्यादा रहेगा.
3 महीनों का जारी किया गया पूर्वानुमान
मौसम विभाग के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र के अनुसार गर्मी के 3 महीनों का पूर्वानुमान जारी किया है. उनका कहना है कि इस दौरान मार्च में भी मासिक औसत तापमान सामान्य से ज्यादा रहने की आशंका है. यानी कि मार्च से मई के बीच गर्मी ज्यादा पड़ेगी. इसके साथ ही हीटवेव भी ज्यादा दिन तक चल सकती है.
पहले भी मार्च में पड़ती रही है गर्मी
केंद्रीय मौसम विभाग, भारत सरकार के पूर्व एडिशनल डायरेक्टर जनरल डॉक्टर आनंद शर्मा ने कहा कि ऐसा पहली बार नहीं है कि मार्च के महीने में तापमान में बढ़ोत्तरी का पूर्वानुमान है. पहले भी मार्च से लेकर अक्तूबर तक में तापमान 39-40 डिग्री सेल्सियस तक रहा है. जिसको लेकर अलग-अलग कारण जिम्मेदार होते हैं. अगर रात में न्यूनतम तापमान बढ़ेगा तो दिन में गर्मी पड़ेगी. वैसे भी मौसम वैज्ञानिक मार्च, अप्रैल और मई को गर्मी का सीजन मानते हैं. इसके बाद प्री मानसून, मानसून और पोस्ट मानसून का सीजन होता है.
वहीं सर्दी का सीजन केवल दिसंबर और जनवरी होता है. इसलिए अगर मार्च में तापमान में वृद्धि हो जाती है. तो कोई आश्चर्यजनक बात नहीं होगी. फिर गर्मी में तापमान बढ़ेगा ही और प्री मानसून से लेकर पोस्ट मानसून तक की अवधि में गर्मी पड़ती ही है. हालांकि अच्छी बारिश होने पर तापमान कम भी रह सकता है.
कम या ज्यादा बारिश के भी आसार
मौसम विभाग का कहना है कि देशभर में जनवरी-फरवरी में बारिश सामान्य से 59 फीसदी कम रही है. उत्तर-पश्चिम भारत में तो ये 64.4 फीसदी कम रही है. इसकी वजह से धरती की सतह की गर्मी नहीं गई है और दो महीनों में तापामन सामान्य से ज्यादा रहा है. फरवरी 2025 का औसत तापमान तो अभी तक का सर्वाधिक दर्ज किया गया है. इसमें तो 1.34 डिग्री की वृद्धि हुई है जो 1901 के बाद से सबसे अधिक है. इसके मुकाबले औसत न्यूनतम तापमान में 1.20 डिग्री सेल्सियस बढ़ा है. ये भी अब तक की सर्वाधिक वृद्धि है.
मौसम विभाग ने बताया है कि मार्च में करीब 29.9 मिमी बारिश होती है. पूर्वानुमान के मुताबिक इससे कम या ज्यादा बारिश की बड़ी रेंज है. यानी कम या ज्यादा बारिश के बराबर आसार बने हुए हैं. अगर बारिश कम होती है तो जाहिर सी बात है कि गर्मी बढ़ेगी ही.
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