Greater Noida: सूरजपुर स्थित कलेक्ट्रेट पर दूसरे दिन भी किसानों का धरना जारी है। विभिन्न मांगों को लेकर किसान संगठनों ने क्लेक्ट्रेट पर हल्ला बोल प्रदर्शन शुरू किया था। सोमवार को दिन भर प्रदर्शन के बाद रात में भी किसान क्लेक्ट्रेट परिसर में जम रहे। किसानों के प्रदर्शन से पुलिस और प्रशासन के हाथ पांव फूल गए थे। क्लेक्ट्रेट के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया था और अधिकारी लगातार गश्त करते रहे। वहीं, किसानों ने मंगलवार को धरने के दूसरे दिन हवन यज्ञ शुरू किया है। किसानों ने प्रशासन की सद्बुद्धि के लिए हवन में आहूति डाली।

हाई पावर कमेटी की सिफारिशों को सार्वजनिक करने की मांग
नोएडा,ग्रेटर नोएडा,यमुना विकास प्राधिकरण एनटीपीसी और अन्य मामलों से प्रभावित किसान अपनी मांगों को लेकर कर रहे हैं धरना प्रदर्शन,किसानों की मांग जब तक हाई पावर कमेटी की रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं होगी तब तक धरना रखेंगे जारी। प्रदर्शन में किसान सभा, किसान परिषद, जय जवान जय किसान मोर्चा, किसान संघर्ष समिति ऐछर और संयुक्त किसान मोर्चा शामिल हैं। किसान हाई पावर कमेटी की सिफारिशों को सार्वजनिक करने, आबादियों की बैकलीज करने, और भूमिहीनों की दुकानों में आरक्षण के प्रावधान को लागू करने की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।

अनिश्चतकालीन आंदोलन की चेतावनी
किसानों का कहना है कि हाई पावर कमेटी का गठन किया गया था, जिसने अपनी सिफारिशें शासन में 31 अगस्त को जमा की थीं. इन सिफारिशों को अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है। किसानों ने चेतावनी दी है कि जब तक इन सिफारिशों को सार्वजनिक नहीं किया जाएगा, और उनकी अन्य मांगें नहीं मानी जाएंगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा।

बैठक का कोई नतीजा नहीं निकला
बता दें कि प्रदर्शन में शामिल रहे नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना औद्योगिक प्राधिकरण एवं बुलंदशहर गाजियाबाद प्राधिकरण, यूपीसीडा, डीएमआईसी, एनटीपीसी, डीएफसीसी, अंसल बिल्डर, हाई टैक बिल्डर, शिव नाडार बिल्डर आदि की परियोजनाओं से प्रभावित गौतमबुद्धनगर से लेकर आगरा तक के दर्जनों संगठनों के हजारों किसान और महिलाएं शामिल हैं। किसानों के प्रतिनिधि मंडल की जिलाधिकारी से सोमवार देर शाम तक वार्ता चली लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकलने के कारण किसानों ने दिन रात का धरना शुरू कर दिया है।

किसानों के मोर्चे में शामिल संगठन
जमीन से जुड़े समस्त अधिकारों के बारे बनाए गए संयुक्त किसान मोर्चा (भूमि अधिकार) में जय जवान जय किसान मोर्चा, भाकियू कृषक शक्ति, भाकियू, अजगर, भाकियू चढूनी, भाकियू अखंड, ऐछर किसान संघर्ष समिति, सिस्टम सुधार संगठन आगरा आदि शामिल हैं।

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