महाराष्ट्र में एनसीपी नेता ड़ॉ. जितेंद्र आव्हाड ने भगवान राम के ऊपर विवादित बयान दिया है, जिसको लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। बता दें शरद पवार पार्टी के नेता डॉ. जितेंद्र आव्हाड ने भगवान राम को मांसाहारी बताया है। इस पर भाजपा नेता राम कदम ने उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दी है। इस विवादित बयान पर साधु-संतों की ओर से भी इस पर कड़ी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है। अयोध्या के परमहंस आचार्य ने चेतावानी दी है कि जितेंद्र अव्हाण पर कार्रवाई नहीं हुई तो वो उनका वध कर देंगे।

राम भाजी नहीं खाते थे मांस:

बता दें जितेंद्र आव्हाड ने अपने बयान में कहा था कि ”राम कभी भी शाकाहारी नहीं थे। राम मांसाहारी था, राम भाजी नहीं खाता था। राम क्षत्रिय था और इसलिए क्षत्रियों का भोजन ही है मांस है। उन्होंने कहा कि जो व्यक्ति 14 साल तक जंगल में रहेगा वो शाकाहारी भोजन खोजने कहां जाएगा? इसलिए जब राम मांस खाता था तो हम उसके आदर्श पर चलकर मांस खाते हैं। जितेंद्र आव्हाड ने कहा कि भारत के 80 प्रतिशत लोग मांसाहारी है और वे भगवान राम के ही भक्त हैं। जितेंद्र आव्हाड का कहना है कि, मैंने जो बयान दिया है, मैं उस पर कायम हूं। मेरा बयान किसी भी तरह से विवादित नहीं है।

आचार्य परमहंस ने दी चेतावनी:

तपस्वी छावनी के पीठाधीश्वर जगतगुरू परमहंस आचार्य ने कहा कि, महाराष्ट्र के एनसीपी नेता जितेंद्र अव्हाण ने जो बयान दिया है, यह निश्चित रूप से निंदनीय के साथ-साथ देश के सभी रामभक्तों को गहरा आघात पहुंचाने वाला है। उन्होंने कहा कि मैं महाराष्ट्र और केंद्र सरकार से आग्रह करूंगा कि वे इस पर कार्रवाई करें। भगवान राम के बारे में गलत बोलने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। अगर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की गई तो मैं जितेंद्र आव्हाड को मार डालूंगा। मैं चेतावनी दे रहा हूं।

एनसीपी नेता ने मांगी माफी:

बता दें भगवान राम पर विवादित टिप्पणी करने वाले जितेन्द्र आव्हाड ने माफी मांग ली है। मुंबई में FIR दर्ज होने के बाद जितेन्द्र आव्हाड ने अपना बयान बदल लिया है. उन्होंने कहा कि ‘मैं खेद व्यक्त करता हूं हम भी अयोध्या जाने वाले हैं।’ आगे उन्होंने कहा है कि कभी-कभी गलती हो जाती है।

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