Greater Noida: दादरी थाना पुलिस टीम ने बुधवार को नकली नमक और चाय को टाटा ब्रांड कंपनी के रेपर में भरकर बेचने वाले एक शख्स को गिरफ्तार किया है। व्यक्ति के पास से भारी मात्रा में गैर ब्रांडेड चाय और नमक जब्त किया गया है। पुलिस ने बताया कि आरोपी के ऊपर धोखाधड़ी एवं कॉपीराइट उल्लंघन को लेकर मामला दर्ज किया गया है.
भारी मात्रा में नकली माल बरामद:
थाना दादरी पुलिस ने टाटा कंपनी की विजिलेंस टीम ने बुधवार को नकली नमक और चाय को टाटा कंपनी की पैकिंग में बेचने वाले एक आरोपी को कब्जे में लिया है। आरोपी की पहचान दादरी के तरूण जैन उर्फ तन्नु के रूप में हुई है। जो दाररी के मस्जिद वाली गली में रहता है। आरोपी के कब्जे से टाटा टी प्रीमियम के 12 कट्टे (खुले), टाटा नमक के 45 कट्टे (सील), टाटा नमक के 10 कट्टे (खुले) और टाटा टी प्रीमियम की खाली पैकिंग वाली 1,490 पन्नी, टाटा नमक की खाली पैकिंग वाली 250 पन्नी, 1 मशीन सिलाई वाली, पैकेट सील करने वाली 1 मशीन, वेट करने वाली 1 मशीन और 1 टाटा ऐस गाड़ी बरामद हुई है।
ऐसे पहचाने असली और नकली को:
टाटा कंपनी के विजिलेंस टीम के मैनेजर अजय देशवाल ने मार्केट में नकली और असली की पहचान के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि असली टाटा नमक का रेपर नकली नमक के रेपर से पतला रहता है। असली नमक का पैकेट बिल्कुल सफेद रंग का होगा, जबकि नकली नमक हल्का पीला रंग दिखेगा। इसके साथ ही असली नमक छूने में पतला और नकली नमक, असली नमक से मोटे में होगा। असली नमक की पहचान पैकेट पर दिए बार कोड से भी पता कर सकते है। वहीं असली टाटा चाय पत्ती के बारे में उन्होंने बताया कि असली टाटा चाय की पैकिंग के बाहर बीच की लाइन सिल्वर दिखेगी और नकली पैकिंग में हरे रंग की लाइन में दिखेगी। इसके अलावा असली पैकेट पर दिए टाटा कंपनी के बार कोड के जरिए भी ग्राहक पहचान कर सकते है।