Greater Noida: यमुना एक्सप्रेस के जीरो प्वाइंट पर दोबारा किसानों के पहुंचने और आंदोलन को लेकर नोएडा पुलिस अलर्ट है। किसान नेता अतुल यादव समेत अन्य नेताओं ने किसानों से जीरो प्वाइंट पहुंचने की अपील की है। इसको लेकर पुलिस पुलिस जगह-जगह भारी पुलिस फोर्स तैनात है। इसके साथ ही बैरीकेटिंग लगाकर वाहनों की चेकिंग की जा रही है। बिसरख थाना पुलिस ने क्षेत्र में सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है।

जीरो प्वाइटं पर पुलिस की नजर
गौरतलब है कि देर रात को ही पुलिस ने ग्रेटर नोएडा के जीरो प्वाइंट के पास धरनास्थल को खाली करा दिया था। अभी एक भी किसान धरनास्थल पर नहीं है। पुलिस जीरो प्वाइंट पर नजर रख रही है। गौरतलब है कि 10 प्रतिशत आबादी भूखंड, बढ़ा हुआ 64.7 प्रतिशत मुआवजा और नए भूमि अधिग्रहण कानून को लागू करने की मांग किसान कर रहे हैं। इन मांगों को लेकर किसानों ने 25 नवंबर से महापंचायत शुरू की है। संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले करीब 10 से अधिक किसान संगठन इस आंदोलन में हिस्सा ले रहे हैं।

25 नवंबर से शुरू की थी महापंचायत
किसानों ने पहले ग्रेटर नोएडा विकास प्राधिकरण कार्यालय के बाहर दो दिनों तक डेरा डाल कर विरोध प्रदर्शन किया। इसके बाद यमुना विकास प्राधिकरण कार्यालय के बाहर डेरा डाल दिया था। शासन-प्रशासन से वार्ता विफल होने के बाद 2 दिसंबर को दिल्ली कूच के लिए निकले थे। पुलिस ने दिल्ली जाने से रोकते हुए हुए मुख्य सचिव से बात कराने का आश्वासन दिया था। इसके बाद किसान दलित प्रेरणा स्थल में धरने पर बैठ गए थे। लेकिन अगले दिन पुलिस ने 129 किसानों को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद बुधवार को किसानों ने ग्रेटर नोएडा के जीरो प्वाइंट पर बड़ी संख्या में एकत्रित होकर महापंचायत करने पहुंचे थे।

किसानों और पुलिस-प्रशासन में टकराव की स्थिति
जीरो प्वाइंट पर धरना दे रहे किसान नेताओं को पुलिस ने बुधवार देर रात हिरासत में ले लिया। पुलिस ने किसान नेता सुखबीर खिलाफ सहित 34 किसान नेताओं को धरने से जबरन उठाकर जेल भेजा था। इसके बाद एक बार फिर किसान और पुलिस प्रशासन के बीच टकराव की स्थिति बनी हुई है।

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