देश से लेकर विदेश तक के तमाम इंवेस्टर्स नोएडा में लगातार निवेश कर रहे हैं. इसी को लेकर अब नोएडा अथॉरिटी ने नए इंडस्ट्रियल हब को बनाने की योजना तैयार की है. न्यू नोएडा के तहत अब बुलंदशहर-दादरी तक शहर का दायरा बढ़ने वाला है. जिन 6 नए इंडस्ट्रियल सेक्टर को अथॉरिटी बनाने के बारे में सोच रही है, उसके लिए जमीन लेने की प्रक्रिया जनवरी से शुरू कर दी जाएगी. वहीं सेक्टर-163 और-166 में जमीन अधिग्रहण का काम 40 प्रतिशत तक आगे बढ़ भी चुका है.

20 हजार 911.29 हेक्टेयर में बसाया जाएगा न्यू नोएडा
गौतमबुद्ध नगर में दादरी के पास जिस न्यू नोएडा को बसाने की योजना चल रही है. उसे दादरी-नोएडा- गाजियाबाद – इन्वेस्टमेंट – रीजन (डीएनजीआईआर) का नाम दिया जाएगा. न्यू नोएडा को 209.5 वर्ग किलोमीटर में यानी 20 हजार 911.29 हेक्टेयर में बसाया जाना है. इसमें इन चार गांवों मोहियापुर, गुलावली, दोस्तपुर मंगरौली और नलगढ़ा की लगभग 25 से 30 हेक्टेयर जमीनें शामिल की जाएंगी. न्यू नोएडा का काम चार फेज में पूरा होगा. 2027 तक 3165 हेक्टेयर और 2027 से 2032 तक 3798 हेक्टेयर तक काम पूरा किया जाना है.

5,300 रुपये प्रति स्क्वॉयर फुट की रेट से खरीदी जाएंगी जमीनें
इसको लेकर करीब 5,300 रुपये प्रति स्क्वॉयर फुट की रेट से जमीनें खरीदी जा रही हैं. न्यू नोएडा को गौतमबुद्ध नगर के 20 और बुलंदशहर की सिकंदराबाद तहसील के 60 गांव को मिलाकर बनाया जाएगा. इसके अलावा 20 गांवों के चारों ओर पेरिफेरल एक्सप्रेस वे का निर्माण भी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशों के अनुसार किया जाना है. इसके लिए किसानों की सहमति ली जा रही है.

जमीन अधिग्रहण में अथॉरिटी को होंगी मुश्किलें
हालांकि न्यू नोएडा को बनाने को लेकर किए जाने वाले जमीन अधिग्रहण के काम में अथॉरिटी को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. इसका कारण ये है कि नोटिफाइड किए जाने के बाद भी दादरी तहसील के अधिकतर गांवों की जमीन पर वेयरहाउस बनाए जा रहे हैं. आपको बता दें कि न्यू नोएडा का विकास नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे के किनारे किया जाएगा. जिसकी आबादी 6 लाख के आसपास होगी. नए नोएडा में आईटी-आईटीईएस हब से लेकर सरकारी दफ्तर, प्राइवेट इंस्टीट्यूशन, हॉस्पिटल, गैस स्टेशन का भी विकास किया जाएगा, जिससे रोजगार भी बढ़ेगा.

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